सूबेदार / उप निरीक्षक संवर्ग / पलाटून कमाण्डर भर्ती परीक्षा की मुख्य परीक्षा के लिये चयनित अभ्यर्थियों के संबंध में बेहद भ्रामक एवं तथ्यहीन जानकारीयाँ फैलाई जा रही हैं एवं तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। सत्यता यह है कि अभ्यर्थी नेम सिंह सामान्य वर्ग में पुलिसकर्मियों की श्रेणी में हैं, जबकि शुभम महापात्र सामान्य वर्ग की ओपन श्रेणी से हैं जो कि किसी भी प्रकार के आरक्षण के पात्र नही हैं। उनकी श्रेणी का कटऑफ अंक 171.875 है अतः कटऑफ से नीचे के अंक पाने के कारण चयनित नही हैं।
विवेक कुमार सिंह अनुसूचित जनजाति के पुलिस विभाग से उम्मीदवार हैं, और इस श्रेणी का कटऑफ अंक 121.875 हैं जबकि चितरंजन सिंह सामान्य वर्ग के पुलिस श्रेणी से हैं जिसके लिए कटऑफ 165.625 है। अतः कटऑफ से नीचे के अंक पाने के कारण चयनित नही हैं।
गणेश प्रताप सिंह अनुसूचित जनजाति भूतपूर्व सैनिक श्रेणी से हैं जबकि धनेश्वर प्रसाद अनुसूचित जाति संवर्ग के हैं। गणेश प्रताप सिंह अनुसूचित जनजाति के साथ ही भूतपूर्व श्रेणी की है अतः उनका चयन अनुसूचित जन जाति- भूतपूर्व श्रेणी में हुआ है। घनेश्वर प्रसाद के संवर्ग का कटऑफ 131.250 हैं। अतः कटऑफ से नीचे के अंक पाने के कारण चयनित नही है।
स्थापित विधि संगत आरक्षण व्यवस्था एवं उपलब्ध स्थानों के अनुसार प्रत्येक वर्ग एवं श्रेणी का कट ऑफ अलग-अलग होता है। ऐसी स्थिति में मुख्य परीक्षा हेतु पात्र घोषित उम्मीदवारों कि सूची में गड़बड़ी होने का आरोप बेबुनियाद हैं।
उक्त तथ्यों के आधार पर यह बहुत ही स्पष्ट है कि समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर पूर्णता भ्रामक एवं शरारत पूर्ण है जिसका व्यापम पूरजोर खंडन करता है। कृपया उक्त भ्रामक समाचार का खंडन परीक्षार्थियों के हित में अपने लोकप्रिय दैनिक समाचार पत्र में एवं प्रदेश से मुद्रित होने वाले सभी संस्करणों में समाचार वृत्त के रूप में प्रकाशन करने का कष्ट करें।
